साड़ी के ठेले से स्टेज की चमक तक: असरानी के ड्रामाई सफर की कहानी!

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🌟 सीटी बजा, सीन शुरू! 🌟

अरे भाभी, सुनिए तो जरा! हम बात कर रहे हैं वो असरानी की, जिनका नाम सुनते ही पुरानी फिल्मों का वो जादू याद आ जाता है। 10 अक्टूबर 2025 को सामने आई उनकी संघर्ष की कहानी ने तो हर स्ट्रीट वाले चाय-स्टॉल पर ‘धड़ी-धड़ी’ चर्चा छेड़ दी। ओ बाप रे! कौन समझेगा कि साड़ी बेचने वाले घर के छोरे ने बड़ा पर्दा अपना घर बना दिया?

🔥 ड्रामा-मीटर™: 9/10 🔥

पिछले सीज़न का पाप-धोखा ये था कि असरानी जी अपने शुरुआती दिनों में कितना संघर्ष करते थे। मुंबई की भीड़-भाड़ वाले गलियों से निकल कर स्टूडियो तक का सफर कोई आसान नहीं था। गली-गली की फुसफुसाहट है कि ड्रेसिंग-रूम की दीवार भी हिल गई थी जब उन्होंने पहली बार बड़े हीरो के साथ स्क्रीन शेयर किया था!

🙈 सोशल मीडिया का बर्तन-भांड आज भी उनके पुराने संघर्ष की तस्वीरें शेयर करते हैं, जहां उनका जोश और हिम्मत हर दिल पर राज करती है। क्या आपको पता है कि एक वक्त था जब उनके पास साड़ी के ठीक से नए साड़ी खरीदने तक के पैसे नहीं थे? पर भई, चिकनी चमेली भी शर्मा जाए उनकी मेहनत के आगे!

ड्रामा-मय भव‍िष्य में हम सबको उन्हीं से सीखना है कि कैसे मुश्किलों को पीछे छोड़कर चमकती हुई दुनिया में कदम रखा जाता है। ‘धड़ाम!’ एक साड़ी बेचने वाले के बेटे ने जब फिल्मी दुनिया पर छाप छोड़ी, तो हर कोई दंग रह गया!

तो भैया और भाभी, अगली बार जब असरानी जी की कोई मजेदार कॉमेडी परफॉर्मेंस देखें, तो याद रखियेगा उस बेटे को जो साड़ी के ठेले से निकलकर पूरे बॉलीवुड की शान बन गया। क्या अगली करवाचौथ पर टूटेगी ये दोस्ती? popcorn रेडी रखो!

> देसी ड्रामे की अगली खुराक के लिए पढ़ते रहिए DRAMAWOW India!

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