जब शाहरुख़ ने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ को चार बार कहा ना, उम्र के नाम पर!
ओ बाप रे! पूरे बॉलीवुड की गलियाँ अभी भी गूंज रही हैं उस वक्त की, जब हमारे बादशाह-ए-ज़िंदगी, शाहरुख़ खान ने सुपरहिट फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ को चार बार ठुकरा दिया! हां भाभी, आपने सही सुना—चार बार! उस वक्त उम्र को लेकर उन्होंने ऐसा फ़ैसला लिया कि ड्रेसिंग-रूम की दीवार भी हिल गई थी, सुना है! चलिए, हम आपको बताते हैं ये मर्साली पूरा सच, वो भी पूरे तड़केदार मसाले के साथ।
सीटी बजा, सीन शुरू!
तारीख थी कोई 1994 की, मुंबई के एक छोटे से स्टूडियो में मौजूद थे शाहरुख़ और डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा। बात-चीत में शाहरुख़ ने कड़क कह दिया, “अरे भाई, मैं थोड़ा उम्र में ज़्यादा हूँ या कम, मुझे नहीं लगता मैं राज जैसा रोल कर पाऊंगा।” और तो और, उन्होंने यही बात बार-बार दोहराई, चार बार! धड़ाम! इतना ड्रामा कि सेट पर मौजूद कैमरा मैन की तो आंखे खुली की खुली रह गईं। मौका देखी, सेट के बाहर गली की चर्चा में कुछ इस कदर वायरल हुआ कि लोगों ने तो क्या, वो खुद भी हैरान रह गए।
पिछले सीज़न का पाप-धोखा
ये बात कोई नई नहीं कि शाहरुख़ के करियर की शुरुआत में वो अपने किरदारों को लेकर बहुत सचेत रहते थे, खासकर उम्र को लेकर। फिल्म और रोल के बीच इतना नखरा कि आम जनता ही नहीं, फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े लोग भी दंग रह गए। एक बार तो शाहरुख़ ने इतना कह दिया, “मुझमें वह जवानी की चमक नहीं जो राज जैसे किरदार के लिए चाहिए।” अब ये मिर्ची खबर किसको पसंद आएगी? अरे बस्स… पकड़ो मुझे!
सोशल मीडिया का बर्तन-भांड
अब भई, जब ये खबर सोशल मीडिया पर आई, तो जैसे हाट मॉल में मिर्ची फूट गई हो। ट्विटर पर #SRKvsDDLJ ट्रेंड करने लगा, लोग दो हिस्सों में बंट गए। कुछ बोले, “वाह, सच्चा कलाकार!”, तो कुछ ने कहा, “इसे ही कहते हैं असली ड्रामेबाज़ी!” ध्यान दीजिए, गलियों में तो यह चर्चा इस कदर तूल पकड़ गई कि पड़ोसी की रिंकू तक कहे लगी—“चिंकी, सुन बे, शाहरुख़ ने चार बार फिल्म से इंकार किया, इतनी हिम्मत किसमें?”
ड्रामा-मय भबिष्य
अब मानो या न मानो, लेकिन इस ड्रमे के पीछे एक बड़ी कहानी छुपी थी। ये उम्र का बहाना था या अपनी इमेज को लेकर कोई चालाकी, ये तो शाहरुख़ जानें, मगर बॉलीवुड के इतिहास में इस बात को एक मिथक की तरह याद किया जाएगा। धड़ाम! ड्रामा-मीटर™ 8/10, क्यूँकि चार बार हार-जीत के सवाल पर ग़ैराज़ वाली बात कहना कोई आम बात नहीं।
तो भाइयों और बहनों, अगली बार जब ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ दिखे, तो सोचियेगा कि इस फिल्म के पीछे कितनी माया-झुट्टा और मसाला था। और ये तो बस एक झलक थी हमारे बादशाह के ड्रामे का। इतना पकाऊ ड्रामा कि चाय-स्टॉल पर दो ड्रामा क्वीन की लाइव कमेंट्री बन जाए!
क्या अगली करवाचौथ पर टूटेगी ये दोस्ती? popcorn रेडी रखो!
> देसी ड्रामे की अगली खुराक के लिए पढ़ते रहिए DRAMAWOW India!